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Showing posts with the label Hindi love story

KAHANI- 90's childhood story- 1 (Cute love story)

"प्रतीक बेटा उठ जाओ स्कूल नही जाना है इतनी देर तक कोन सोता है?" ये है हमारी मम्मी पता नही क्यों हमेशा सुबह के सपने खराब करने की आदत है। "प्रतीक प्रतीक" माँ चिल्लताते हुए बोली। "मे तो उठ गया हूँ मम्मी, बस लेटा ही हूँ।" "अच्छा रुक अभी आती हूँ सुबह सुबह मार खायेगा तू?" अरे ये 90s है इस समय माँ की मार और पापा की डाँट से कोई नहीं बच सकता है। इसलिए माँ के कमरे तक पहुँजने से पहले ही हम नहा कर तैयार हो गए। "आज फिर सिमरन मिलते मिलते रह गयी सपने में  हमको, मम्मी को भी उस टाइम पर चिल्लाना होता है।" में बड़बड़ाते हुए नाश्ते की टेबल पर पहुँचा ही था कि  "क्या बड़बड़ा रहे हो तुम?"  दीदी ने पूछा। में उनकी तरफ देखते हुए बोला "कुछ नही आपसे मतलब।" माँ किचन से मुझे नाश्ता और दूध देते हुए बोली "आज आखिरी पेपर है कल से तुम्हरी गर्मियो की छुट्टी शुरू है तो खुशी में बेकार पेपर मत कर आना समझे।" समझ नही आता मम्मी का खुश होने के लिए बोल रही है या डराने के लिए ,आखिरी एग्जाम है। स्कूल बस में चढ़ने पर जब  सामने सीट पर बैठे अक्षत को देखा तो...

KAHANI- LOVE...? (क्या सच में )

"उफ़ ये पढ़ाई चलो ये 10 board exam खत्म हुए अब तो मस्ती होगी दोस्तों के साथ खूब बाते करुँगी facebook पर अकाउंट बना के अब"  यही सोचा था उस आखरी एग्जाम देने के बाद लेकिन क्या पता था में भी इन फालतू के चक्कर में फँस जाऊँगी। अरे हाँ में हूँ समीक्षा अभी 10 के एग्जाम दिए है। मेरी जिंदगी की कहानी का एक हिस्सा... कितना मस्त था यार टाइम लम्बी सहेलियों से बाते और रिजल्ट की टेंशन लेकिन सभी दोस्तों को पता था 10 cgpa मेरे आएंगे और आये भी। तो अब बात आते है। रिजल्ट के कुछ  दिनो बाद एक लड़के का मैसेज आया हाँ जानती थी अनुज नाम था लेकिन इतनी अच्छी दोस्ती ना थी। पहले तो normal बाते हुई लेकिन एक दिन बाते उसकी अलग थी। अनुज  : हेल्लो क्या कर रही हो ? Me : कुछ नही बस फ्री बैठी हूँ। अनुज : तुमसे एक बात बोलनी है। Me : हाँ बोलो। अनुज : i like you मेरी gf बनोगी? Me : अरे क्या पागल हो क्या..?? (देखने में क्यूट तो था attract तो थोड़ी में भी थी लेकिन इतनी जल्दी नही हो सकता ये।) अनुज : हाँ तुम बहुत प्यारी लगती हो हमको i love u😘. Me :अरे ऐसा मत बोलो यार में इन सब बातों  कभी नही पड़ी हूँ य...

A LETTER- एक खत... (कहानी खत की)

                     "कहानी आज की है बस अंदाज जरा पुराना हैं।।" "जिंदिगी "आज रेलवे प्लेटफॉर्म पर रेलगाड़ी के इंतज़ार में समझ आया ये  रेलगाड़ी  मंजिल  पहुँजने तक न जाने कितने पड़ाव पर रुकती है और हर पड़ाव पर नए नए मुसाफिर मिलते है। ऐसे ही मेरे  जिंदगी के एक पड़ाव पर वो मिली थी मुझको। कुछ खास हमसफ़र सी थी, वो जो अक्सर जिंदिगी की ओर रेलगाड़ी की आखरी मंजिल तक साथ रहते  है । एक खत उसी एक  हमसफर के नाम... Dear little heart तुम्हारी ये दूरियां रास न आती है मुझको इसलिए आज फिर उन रास्तो पर निकला हूँ जिन रास्तों पर हम पहली बार मिले थे और हाँ आज हम फिर से सफेद शर्ट में थे। उस दिन तुम्हारा जन्मदिन था और तुमने  बतया भी ना था, पता है बिना तोहफे के पहुँजना कितना अजीब लगता है बाद में कितना बुरा लगा था हमको। जाने दो आगे सुनो आज ना जाने क्यों उस रास्ते के हर कदम पर ऐसा लगा तुम मेरे कदम से कदम मिला कर चल रही हो। उस रास्ते से वापस  आज भी अकेले आने कि हिम्मत बड़ी मुश्किल से हुई डर था शायद तुम न साथ हो। वो य...