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HUM TUM OR CHOCOLATE ( It's not a Love Story) -1

                                                                        


                  


DESTINATION

25, december

शाम के 5 बज रहे थे, और प्रतीक अपने कमरे में तैयार हो रहा है 


कहाँ के लिए तैयार हो रहा है?" कमरे के अंदर आकर शान पूछता है।

"ओपन माइक है, तो वही जा रहा हूं तुमको चलना है, तुम भी चलो।" प्रतीक ने जवाब देते हुए कहा।

"तुम हो कर आओ, मैं चला अपने दोस्तों से मिलने।" यह कहकर शान कमरे से बाहर निकल गया।


Open mic की शाम खत्म हुई और प्रतीक open mic मे बचे कुछ आखरी लोगो के साथ चाय पीने दुकान पर चला गया और वहां से जब घर वापसी के लिए जाने लगे तो लोगो में से कुछ कम ही लोग बाकी रह गए। 

ओर अक्सर ऐसा होता था कि हर open mic में नए दोस्त बन ही जाते थे। इस बार भी ऐसा ही हुआ बहुत नए दोस्त मिले।

रास्ते में एक लड़की से बात हुई वो भी open mic मे आयी हुई थी, ओर साथ ही वापस जा रही थी। मान्या उसका नाम था। बातो ही बातो में प्रतीक  को पता चला कि वो भी कानपुर में ही रहती है और यही जॉब भी करती है। 


लड़कों की तो आदत ही होती है घर आकर सबसे पहला काम लड़की को इंस्टाग्राम पर सर्च करके और उसको फॉलो करना,तो इस काम मे प्रतीक कैसे पीछे रह सकते थे।


कुछ दिन बाद मान्या की इंस्टाग्राम की स्टोरी देख कर प्रतीक को पता चलता है, एक ओर ओपन mic होने जा रहा है।

अब लिखते तो प्रतीक भी है तो कर दिया रेजिस्ट्रेशन performance देने के लिए। 

दिन था open mic वाला, उस पर sunday, उस पर january की ठंड प्रतीक ने पहले तो प्लान ही cancel कर दिया नही जाना event मे कोन इतनी ठंड मे नहाये, छोड़ो नही जाऊँगा।

ऐसा क्या सोच रहे हो आपने भी जनवरी की सर्दी कितने प्लान सिर्फ नहाने की वजह से कैंसल किये होंगे।

इधर मान्या इसी जंग मे लगी थी नहा लू या बस मुँह धो लू काजल तो लगा ही लूँगी किसी को क्या पता चलेगा? इतनी ठंड है। 

तभी धूप आना शुरू हो जाती है।

वैसे धूप भी आ गयी है नहा लेती हूँ, और नहा कर मान्या पहुँच जाती है open mic मे।

लेकिन रुको थोड़ा इधर जादू हुआ, जहाँ प्रतीक का बिल्कुल मन नही था और आजनक इवेंट मे वो नहा कर आ गया।

ये जादू कैसे हुआ? आप भी सोच रहे होंगे। 

अरे वो कुछ नही गलती से राधिका की open mic वाली स्टोरी फिर से देख ली थी।

लड़की का चक्कर बाबू भैया ! ऐसा कुछ नही है, वो कहते है ना कि किस्मत मे जिससे मिलना लिखा हो उससे मिलने से कोई नही रोक सकता।

मान्या अपनी टीम के साथ event को manage करने में लगी थी और इधर प्रतीक अपनी आदत से मजूबर पूरा event छोड़ कर इवेंट रूम से नीचे आकर बैठा था। 

तभी एक आवाज प्रतीक के कानों में पड़ती है " आप बाहर क्यों बैठे है?" ये आवाज मान्या की थी जो बिल्कुल सामने ही खड़ी थी।

प्रतीक ने जब ऊपर देखा तो मान्या सामने ही थी, एक नजर उसको देखने के बाद ख्याल आया कि कोई आँखों मे काजल के साथ ओर एक नीले कुर्ते में इतना खूबशूरत कैसे लग सकता है?

तभी प्रतीक बोलता है " यार मुझे ज्यादा लोग पसंद नही है मुझे थोड़े कम लोगो मे रहना पसन्द है।"

"अरे आप चलिए अंदर अच्छा लगेगा।" मान्या प्रतीक को ये बोल के अंदर ले जाती है।

दोनो अंदर जा कर एक से एक जबरदस्त परफॉर्मेंस ओर फोटोज के साथevent एंजॉय करते है।

तभी एक लड़का अपनी परफॉर्मेंस देने के लिए आता है, ओर वो अपनी परफॉर्मेंस मे टूटे हुए दिल की आशिक़ की तरह लड़कियों को बेवफा कहना शुरू कर देता है, ये सुन कर एक दम से मान्या भड़क जाती है और उसे वही सुना देती है “प्यार करना अलग बात है, लेकिन उसको हमेशा के लिए पाना दूसरी बात है मेहनत करो कुछ बन जाओ सिर्फ प्यार करने से दुनिया नही चलती है भैया जी।” 

माहोल गरम होता देख प्रतीक मान्या को समझता है और दूर लेकर जाता है लेकिन मान्या तो मान्या अपने आगे किसकी सुनती है अभी तक उसे सुनाये जा रही थी। 

थोड़ी देर बाद प्रतीक भी अपनी परफॉमेंस देता है और इसी के साथ open mic खत्म होता है और अब शुरू होता है एक दूसरे के साथ फोटोज क्लिक करने का रिवाज।

प्रतीक ने इस न्यू ईयर पर नया फोन लिया था तो राधिका प्रतीक के फोन से ही फोटोज click करती है।

इसके बाद कुछ लोगो के जाने के बाद बचे 5 से 6 लोग बैठ कर बाते करते है प्रतीक ओर मान्या अगल बगल में बैठे होते है तभी प्रतीक बोलता है " राधिका आप फोटोज ले लीजिये कोई भी sharing app खोलो शेयर कर देते है।"


मान्या बोलती है "अरे व्हाट्सएप पर document कर देना।"

"लेकिन तुम्हारा number?" प्रतीक कहता है।

मान्या प्रतीक का फोन ले कर अपना number सेव कर देती है।

ऐसी ही शाम खत्म होती है और सब घर आ जाते है। इधर प्रतीक मान्या को event की फोटोज भेज देता है।

फिर दिन यूही गुजरने लगते है ना प्रतीक ने मान्या से बात की  ना राधिका ने प्रतीक से।

ऐसे ही एक दिन मान्या की व्हाट्सएप स्टोरी देखी तो प्रतीक से रिप्लाई किये बिना रहा नही गया ओर अब स्टोरी पर राधिका की आँखों मे काजल के साथ तस्वीर हो तो रिप्लाई तो बनता है।

"अरे आपकी आँखों का काजल किसी को भी पागल कर दे।" प्रतीक ने मुस्कराते हुये रिप्लाई करता है।


तभी मान्या भी हँसते हुए रिप्लाई करती है " ऐसा कुछ नही है।"


तभी मान्या प्रतीक की उसी event की परफॉर्मेंस देते हुए एक तस्वीर भेज देती है।

प्रतीक खुश होते हुए कहता है "मुझे लगा नही था इतनी अच्छी तस्वीर आ जाएगी वैसे thank you आपको।"

"वो तो बस इवेंट ग्रुप मे आयी थी तो सोचा आपको भेज दे।" मान्या रिप्लाई करती है।

ओर इस रिप्लाई के साथ के दोनों की बाते शुरू हो जाती है और कब ये बाते चैट से कॉल पर पहुँच जाती है, पता ही नही चलता है।

अब धीरे धीरे बाते होने लगती है और एक दिन वो देर रात 3 hour की बात से कब वो दोनो आप से तुम पर आ जाते है। 

अब प्रतीक सोच रहा था की मिलने के लिए कैसे बोलू, जॉब करती है पता नही कब टाइम रहता होगा? 

तो अब खाने के शौकीन प्रतीक अपना दिमाग लगाते है।

एक दिन प्रतीक मान्या को मैसेज करता है " यार आलू टिक्की खाने का मन है, कानपुर की फेमस The chaat बताओ तुम चलोगे तुम?"


                         To be continued...


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